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उत्तराखंड लोकगीत और‌ लोकनृत्य (part -01)

उत्तराखंड के लोकगीत और लोक नृत्य पहाड़ की अपनी ही बोली और संस्कृति है यहाँ के लोक गीतों का विस्तृत स्वरूप मुक्तको के रूप में मिलता है। विभिन्न अवसरों तथा विविध प्रसंगी में मुक्तकों का व्यवहार होता है, पहाड़ी समाज में अपनी विशिष्ट संस्कृति पौराणिक काल से रही है. न्यौली इसे न्यौली, न्यौल्या या वनगीत के नामों से पुकारा जाता है, न्यौली का अर्थ किसी नवीन स्त्री को नवीन रुप में सम्बोधन करना और स्वर बदल बदलकर प्रेम परक अनुभूतियों को व्यक्त करना है। न्यौली प्रेम परक संगीत प्रधान गीत है जिसमें दो-दो पंक्ति होती है। पहली पंक्ति प्रायः तुक मिलाने के लिए होती है। न्यौली में जीवन चिन्तन की प्रधानता का भाव होता है। ब्योली ब्योली रैना, मेरो मन बस्यो परदेश, कब आलो मेरो सैंया, मेरो मन लियो हदेश। (अर्थ: रात बीत रही है, मेरा मन परदेश में बसा है। कब आएगा मेरा प्रिय, जिसने मेरा मन ले लिया।) "सबै फूल फुली यौछ मैथा फुलौ ज्ञान,  भैर जूँला भितर भूला माया भूलै जन,  न्यौली मया भूलै जन", बैरा (नृत्य गीत) बैरा का शाब्दिक अर्थ संघर्ष है जो गीत युद्ध के रूप में गायकों के बीच होता है। अर्थात् यह कुमाऊं क्षे...

उत्तराखंड की प्रतियोगी परीक्षा का सम्पूर्ण अध्ययन (रणनीति)

उत्तराखंड की प्रतियोगी परीक्षाओं का सम्पूर्ण अध्ययन (रणनीति)

नमस्कार मित्रों

देवभूमि उत्तराखंड में आप सभी का स्वागत है। आप सभी को रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड की तरह से सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं।

मित्रों बीते कुछ दिनों में बहुत सारे प्रश्न देवभूमि उत्तराखंड से पूछें गए हैं जैसे -

  1. उत्तराखंड पुलिस की लिखित परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
  2. कौन-सी पुस्तक पढ़ें? हिन्दी कहां से पढें। 
  3. उत्तराखंड के इतिहास को पूरा पढ़ने के बाद भूल जाना, तो लम्बे समय तक याद कैसे रखें?
  4. उत्तराखंड पुलिस के मॉक टेस्ट कब दें ? किसके मॉक टेस्ट दें ?
  5. मॉक टेस्ट देने से नंबर कम आते हैं? और आत्म स्तर (confedence level) घटता है? तो मॉक टेस्ट दें या न दें ?

आदि विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे गए हैं। अतः उपयुक्त सभी सवालों व उत्तराखंड की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सवालों का जबाव पाने के लिए लेख को अन्त तक अवश्य पढ़ें।

उत्तराखंड पुलिस की लिखित परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

जैसा की आप सभी को ज्ञात है कि उत्तराखंड के समूहों-ग की सभी परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ा दी गई है। और बहुत सारे अभ्यर्थी इस समय Rest zone में चले जाएंगे। जहां उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा सितंबर माह में होने वाली थी अब वह परीक्षा नवंबर-दिसंबर माह में होने की संभावना है। आप सभी को अवगत करा दूं कि यह वही समय है जो निश्चित करेगा कि कौन परीक्षा पास करेगा ? और कौन पूरी जिंदगी आराम करेगा? अतः परीक्षा की तैयारी बिल्कुल कम ना करें। हो सके तो बिना डर के पहले से भी ज्यादा पढ़ाई पर ध्यान दें। क्योंकि समय अधिक मिलने के कारण जो तैयारी कर रहे हैं। वो आगे भी करते रहेंगे। जिस कारण कट ऑफ अधिक ही रहने वाली है।

कैसे पढ़ें। कौन-सी पुस्तक पढ़ें? हिन्दी कहां से पढें। 

सर्वप्रथम सिलेबस के अनुसार सभी विषयों का गहन अध्ययन करें। यदि आप उत्तराखंड पुलिस और फॉरेस्ट गार्ड की तैयारी कर रहे हैं तो उत्तराखंड के लिए "परीक्षा वाणी" और "उत्तराखंड की वन लाइनर" (बी.एस. नेगी) पर्याप्त है। और सामान्य हिंदी और सामान्य ज्ञान के लिए लुसेंट की दोनों किताब उपयुक्त है। 4 किताबों के पूर्ण अध्ययन मात्र से आप 70+  मार्क्स प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त वर्तमान समय में उत्तराखंड और भारत में हो रही घटनाओं पर नजर रखें। यदि आप पटवारी, लेखपाल, और उत्तराखंड सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर रहे हैं। तो परीक्षा वाणी, बी.एस. नेगी के अलावा "उत्तराखंड राजनीतिक इतिहास" (अजय रावत), "यूकेपीडिया" (भगवान सिंह धामी) और "घनश्याम दास" की पुस्तक भी पढ़ें । और सामान्य ज्ञान अध्ययन के लिए लुसेंट किताबों के अलावा एनसीईआरटी पुस्तकों को एक बार अवश्य पढ़ें।

उत्तराखंड पुलिस के लिए मॉक टेस्ट कब दें  ?

यूं तो मॉक टेस्ट देने का सबसे सही समय एक बार 70 प्रतिशत सिलेबस पूर्ण होने के बाद शुरू होता है यदि आपका 70% सिलेबस पूर्ण नहीं हुआ है तो आप मॉक टेस्ट देने की अपेक्षा पुरानी परीक्षाओं के पेपर का गहन अध्ययन कर ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें।

किसके मॉक टेस्ट अच्छे हैं? 

दोस्तों मॉक टेस्ट के लिए मार्केट में अरविंद पब्लिकेशन, अरिहंत पब्लिकेशन, बी. एस. नेगी की टेस्ट सीरीज की पुस्तके उपलब्ध हैं। जिनका मूल्य 200 रू तक है। इसके अलावा उत्तराखंड एग्जाम नोट्स (Uttrakhand exam notes, जरधारी क्लासेस (Jardhari classes), और देवभूमि उत्तराखंड (devbhoomi uttrakhand) के ऑनलाइन मॉक टेस्ट उपलब्ध हैं।

उत्तराखंड करेंट अफेयर्स 2022






उत्तराखंड पुलिस ऑनलाइन मॉक टेस्ट सीरीज (uksscc online mock test series)

यदि बात करें उत्तराखंड पुलिस की परीक्षाओं के लिए किसके मॉक टेस्ट का चुनाव करें। तो हमारी राय से जरधारी क्लासेस (Jardhari classes) और देवभूमि उत्तराखंड (devbhoomi uttrakhand) के सभी मॉक टेस्ट सर्वाधिक उपयोगी हैं। वर्तमान समय में देवभूमि उत्तराखंड सभी मॉक टेस्ट फ्री में बेवसाइट के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध कर रहा है। मित्रों ऑनलाइन मॉक टेस्ट करेंट अफेयर्स के साथ तैयार किए जाते हैं। और आपको यह ज्ञात है कि अधिकतर करेंट अफेयर्स के परीक्षा तिथि से 4 महीने पूर्व के पूछे जाते हैं। इसलिए ऑफलाइन टेस्ट की अपेक्षा ऑनलाइन मॉक टेस्ट अधिक उपयोगी होते हैं।

मॉक टेस्ट कैसे दें ?

बहुत सारे मित्रों ने एक साधारण सा सवाल किया है कि मॉक टेस्ट देने से नंबर कमाते हैं? तो उनके लिए मेरी विशेष राय हैं वह टेस्ट का अर्थ यह बिल्कुल नहीं समझे है कि आप का स्कोर 70+ या 90+ होना चाहिए। मॉक टेस्ट का अर्थ है जो आपने पढ़ा है उन सभी प्रश्नों को ठीक करना। जो आपने किताबें पढ़ते समय पढ़ा है क्योंकि परीक्षाओं में अक्सर वे प्रश्न गलत होते हैं जो हमने पढ़े हुए होते हैं लेकिन परीक्षा के दौरान प्रश्नों के उत्तर में कंफ्यूज हो जाते हैं। और आते हुए उत्तर गलत हो जाते हैं। इसलिए मॉक टेस्ट के द्वारा पढ़े हुए प्रश्नों को सही करने की प्रैक्टिस की जाती है। परीक्षा में नकल करने वालों के अलावा कोई नहीं जानता परीक्षा का पेपर कैसा बनेगा इसलिए यह भी जरूरी है कि कठिन से कठिन बात सरल से सरल मॉडल पेपर की तैयारी करें।

उत्तराखंड समूह-ग मॉडल पेपर 

मॉडल पेपर देने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

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एक और बात मॉक टेस्ट देते समय आप मॉक टेस्ट के प्रश्नों को लिखने की कोशिश ना करें। जो नहीं आया उसे छोड़ दीजिए। अपनी पढ़ाई पर भरोसा रखिए और किताब पर भरोसा रखिए मॉक टेस्ट देने के दौरान यदि कोई नया प्रश्न मिलता है तो उसे अपनी कॉपी में नोट्स करने की वजह किताब में खोजिए किंतु मॉक टेस्ट देने के दौरान सिर्फ मॉक टेस्ट दीजिए। यकीन मानो उत्तराखंड पुलिस का पेपर परीक्षावाणी और बी.एस. नेगी की पुस्तक के आसपास रहेगा। और जिसने बी. एस. नेगी पढी़ है तो वह जानता है उत्तराखंड के राजनीतिक इतिहास का अधिकतम पाठ बी.एस. नेगी ने कवर किया है।

यदि आपके पास परीक्षा वाणी, बीएस नेगी की किताबें नहीं है तो आप देवभूमि उत्तराखंड द्वारा तैयार किए गए नोट्स भी पढ़ सकते हैं जो मुख्यतः परीक्षा वाणी, बी.एस. नेगी व अजय रावत की पुस्तक उत्तराखंड के राजनीतिक इतिहास की पुस्तकों के गहन अध्ययन करने के बाद तैयार किए गए हैं जो बेहद सरल भाषा में हैं।

देवभूमि उत्तराखंड द्वारा सप्ताह में दो मॉक टेस्ट उपलब्ध कराए जा रहे हैं अपनी क्षमता को जांचने के लिए आप सप्ताह में दो मॉक टेस्ट दीजिए और किसी को परीक्षा से संबंधित कोई प्रश्न तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

उत्तराखंड के इतिहास को पूरा पढ़ने के बाद भूल जाना, तो लम्बे समय तक याद कैसे रखें?

यदि किसी को उत्तराखंड का इतिहास कठिन लगता है या अभी तक समझ नहीं आया है। वह देवभूमि उत्तराखंड द्वारा चलाई जा रही ऑनलाइन क्लास में शामिल हो सकता है। यहां आपको बेहद सरल भाषा में विस्तार पूर्वक संपूर्ण उत्तराखंड का अध्ययन कराया जाएगा साथ ही सभी प्रश्नों को याद कराया जाएगा। ऑनलाइन क्लास से जुड़ने के लिए हमें मैसेज करें - 6396956412

उत्तराखंड का सम्पूर्ण इतिहास

देवभूमि उत्तराखंड के सभी नोट्स पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को अवश्य देखें जहां आपको उत्तराखंड का संपूर्ण इतिहास, जनपद सीरीज, भारत का संपूर्ण इतिहास उपलब्ध कराया जा रहा है।











उत्तराखंड जनपद सीरीज - (13)

कुमाऊं मंडल (06)







गढ़वाल मंडल (07)






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