लिंग वचन और कारक (हिन्दी नोट्स भाग - 04) देवभूमि उत्तराखंड द्वारा आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर हिन्दी के महत्वपूर्ण नोट्स तैयार किए गए हैं। साथ ही टॉपिक से सम्बन्धित टेस्ट सीरीज उपलब्ध है। सभी नोट्स पीडीएफ में प्राप्त करने के लिए संपर्क करें। 9568166280 संज्ञा के विकार संज्ञा शब्द विकारी होते हैं यह विकार तीन कारणों से होता है लिंग वचन कारक लिंग लिंग का अर्थ है - 'चिन्ह'। संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में यह बोध हो कि वह पुरुष जाति का है या स्त्री जाति का, उसे लिंग कहते हैं। जैसे - पिता, पुत्र, घोड़ा, बैल, अध्यापक आदि में पुरुष जाति का बोध है। और माता, पुत्री, घोड़ी, गाय आदि में स्त्री जाति का बोध है। संस्कृत के नपुंसक लिंग का समाहार पुलिंग में हो जाने से हिंदी में दो ही लिंग हैं। पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग : वह संज्ञा या सर्वनाम जो नर (पुरुष) का बोध कराता है, उसे पुल्लिंग कहा जाता है। जैसे - लड़का, आदमी, घोड़ा, राजा, आदि। नियम देशों, प्रदेशों, नगरों, वृक्षों, पर्वतों, धातुओं, द्रव पदार्थों के नाम पुलिंग होते हैं। जैसे - भारत, जापान
उत्तराखंड करंट अफेयर्स 2022 (अगस्त) Most important current affairs देवभूमि उत्तराखंड द्वारा प्रत्येक महीने उत्तराखंड की परीक्षाओं की दृष्टि से 15 से 20 अति महत्वपूर्ण प्रश्न तैयार किए जाते हैं। जिनकी शत-प्रतिशत परीक्षाओं में पूछे जाने की संभावना होती है। अतः सभी प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ें। Uttrakhand current affairs 2022 (August Month) (1) हाल ही में श्री उदय उमेश ललित (यूयू ललित) को किस पद पर नियुक्त किया गया है? (a) सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश (b) नीति आयोग के उपाध्यक्ष (c) अखिल भारतीय संघ सेवा के अध्यक्ष (d) सेबी के अध्यक्ष व्याख्या :- हाल ही में जस्टिस उदय उमेश ललित को देश का 49वां मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। 48 वें मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना थे जिनका कार्यकाल 26 अगस्त 2022 को समाप्त हुआ। यूयू ललित ऐसे दूसरे मुख्य न्यायाधीश हैं, जिन्हें सीधे मुख्य न्यायाधीश के पद पर नियुक्त किया गया है। यू यू ललित का मुख्य न्यायाधीश के लिए सुझाव पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना द्वारा दिया गया था। संविधान के अनुच्छेद 124 के उपबंध के तहत प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए रा