उत्तराखंड के लोकगीत और लोक नृत्य पहाड़ की अपनी ही बोली और संस्कृति है यहाँ के लोक गीतों का विस्तृत स्वरूप मुक्तको के रूप में मिलता है। विभिन्न अवसरों तथा विविध प्रसंगी में मुक्तकों का व्यवहार होता है, पहाड़ी समाज में अपनी विशिष्ट संस्कृति पौराणिक काल से रही है. न्यौली इसे न्यौली, न्यौल्या या वनगीत के नामों से पुकारा जाता है, न्यौली का अर्थ किसी नवीन स्त्री को नवीन रुप में सम्बोधन करना और स्वर बदल बदलकर प्रेम परक अनुभूतियों को व्यक्त करना है। न्यौली प्रेम परक संगीत प्रधान गीत है जिसमें दो-दो पंक्ति होती है। पहली पंक्ति प्रायः तुक मिलाने के लिए होती है। न्यौली में जीवन चिन्तन की प्रधानता का भाव होता है। ब्योली ब्योली रैना, मेरो मन बस्यो परदेश, कब आलो मेरो सैंया, मेरो मन लियो हदेश। (अर्थ: रात बीत रही है, मेरा मन परदेश में बसा है। कब आएगा मेरा प्रिय, जिसने मेरा मन ले लिया।) "सबै फूल फुली यौछ मैथा फुलौ ज्ञान, भैर जूँला भितर भूला माया भूलै जन, न्यौली मया भूलै जन", बैरा (नृत्य गीत) बैरा का शाब्दिक अर्थ संघर्ष है जो गीत युद्ध के रूप में गायकों के बीच होता है। अर्थात् यह कुमाऊं क्षे...
उत्तराखंड समूह ग मॉडल पेपर 2024 देवभूमि उत्तराखंड द्वारा एक बार पुनः आगामी परीक्षा उत्तराखंड आबकारी परीक्षा 2024 की तैयारी हेतु नये पैटर्न पर आधारित मात्र ₹49 में 10+ टेस्ट की सीरीज लेकर आया है। जहां सभी टेस्ट आपको pdf file में WhatsApp द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे पूर्व 2021 से 2023 तक 120 टेस्ट पूर्ण हो चुके हैं। वर्तमान परीक्षा के पैटर्न को देखते हुए 7-8 प्रश्न कुमाऊनी और गढ़वाली भाषा और संस्कृति से लिए गए हैं तथा अधिकतर तार्किक प्रश्नों को रखा गया है। अतः टेस्ट सीरीज से जुड़ने के लिए 9568166280 पर मैसेज करें। नीचे दिए गए टेस्ट के अनुसार ही सारे प्रश्न शामिल किए गए हैं। Join telegram channel - click here Uksssc mock test -123 (1) ऊमेश लखनऊ में पढ़ता है? रेखांकित शब्द में कारक बताइए (a) अधिकरण कारक (b) सम्बोधन कारक (c) सम्बध कारक (d) मध्यम कारक (2) निम्न में से स्पर्श व्यंजन कौन सा है (a) च (b) य (c) ष (d) क्ष (3) स्थानीय भाषा में पानी की तेजधार वाली संकरी घाटी को क्या कहा जाता है (a) रो (b) रौल (c) रेवाड़ (d) स्योन (4) निम्न में से किस चिन्ह का प्रयोग संवाद को ल...