Uttrakhand Current Affairs 2025 (July Month) पूरे एक वर्ष के सभी उत्तराखंड विशेष करेंट अफेयर्स 2025, आगामी उत्तराखंड अपर पीसीएस, लोअर पीसीएस, RO/ARO और समस्त उत्तराखंड समूह ग की परीक्षाओं हेतु 500+ बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ। सभी करेंट पीडीएफ फाइल में प्राप्त करने के लिए संपर्क करें। उत्तराखंड करेंट अफेयर्स (जुलाई 2025) प्रश्न 1 : लोक रत्न हिमालय सम्मान 2025 निम्नलिखित में से किसे मिला है? a) अनिल जोशी b) सविन बंसल c) राजीव कुमार d) दीपक रावत व्याख्या: देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल को उनके असाधारण निर्णयों और उत्कृष्ट कार्यशैली के लिए लोक रत्न हिमालय सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पर्वतीय बिगुल सामाजिक सांस्कृतिक संस्था के 29वें स्थापना दिवस पर प्रदान किया गया था, जो उत्तराखंड की लोक संस्कृति और प्रशासनिक सेवा के समन्वय का प्रतीक है। उत्तर: b) सविन बंसल प्रश्न 2 : "छात्रों का सतत कल्याण" पुस्तक का विमोचन किसने किया? a) राज्यपाल b) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी c) शिक्षा मंत्री d) राष्ट्रपति व्याख्या : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा "छ...
भूमि बंदोबस्त व्यवस्था उत्तराखंड का इतिहास भूमि बंदोबस्त आवश्यकता क्यों ? जब देश में उद्योगों का विकास नहीं हुआ था तो समस्त अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर थी। उस समय राजा को सर्वाधिक कर की प्राप्ति कृषि से होती थी। अतः भू राजस्व आय प्राप्त करने के लिए भूमि बंदोबस्त व्यवस्था लागू की जाती थी । दरअसल जब भी कोई राजवंश का अंत होता है तब एक नया राजवंश नयी बंदोबस्ती लाता है। हालांकि ब्रिटिश शासन से पहले सभी शासकों ने मनुस्मृति में उल्लेखित भूमि बंदोबस्त व्यवस्था का प्रयोग किया था । ब्रिटिश काल के प्रारंभिक समय में पहला भूमि बंदोबस्त 1815 में लाया गया। तब से लेकर अब तक कुल 12 भूमि बंदोबस्त उत्तराखंड में हो चुके हैं। हालांकि गोरखाओ द्वारा सन 1812 में भी भूमि बंदोबस्त का कार्य किया गया था। लेकिन गोरखाओं द्वारा लागू बन्दोबस्त को अंग्रेजों ने स्वीकार नहीं किया। ब्रिटिश काल में भूमि को कुमाऊं में थात कहा जाता था। और कृषक को थातवान कहा जाता था। जहां पूरे भारत में स्थायी बंदोबस्त, रैयतवाड़ी बंदोबस्त और महालवाड़ी बंदोबस्त व्यवस्था लागू थी। वही ब्रिटिश अधिकारियों ...
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