काव्य संग्रह
90's का जमाना
मेरी पहली कोशिश_
A creative mind : poetry book
विचार ही कविता है
कविता के बारे में,
नमस्कार मित्रों प्रस्तुत पंक्तियां "19's का जमाना" के पत्र लेखन के भावों को प्रस्तुत करती हैंं। एक दौर था जब रोमांस से तरंगित हो जाता था । एक समय ऐसा था। जब दिलबर का नाम सुनकर दिल सहम जाता था । अब वो दौर शायद खत्म हो चुका है। केवल चंद शायर और कवि ही बचे हैं जो उस जमाने को याद करते हैं। वह दौर 90's का जहां प्यार के पैगाम भेजा करते थे। अपने परिवार के सदस्यों से छुपकर चिट्टियां पढ़ा करते थे । खासतौर पर भाइयों और बहनों से बचा करते थे। कमाल के दिन थे, जिन्हें मोहब्बत करनी होती थी। वह अल्फाज लिखा करते थे । जीवन के सुनहरे पलों को एक कागज के टुकड़ों में संजोया करते थेे। यहां वह दिल से सोचा करते थे। एक आज का समय है जो बिना भावों के बाबू-सोना करते हैं , खाने की जगह थाना खिलाते हैं । आज के आशिक बेचारे क्या करेंं? जब सब कुछ शेयर कर दे रहे हैं महान कवि । स्टेटस उनके पास है तो बेवजह के क्यों विचार करें? आज के दौर में नव युवकों ने तकनीकी तो अपना ली है लेकिन विचारशिलता पर खतरा मंडराता जा रहा है यदि मनुष्य विचारशील नहीं बनेगा। तो एक दिन प्यार का पन्ना सभी की डायरी से गायब हो जाएगा। केवल चंद शायद ही शायरी करते मिलेंगे । आज के तकनीकी युग में मोहब्बत भी तकनीकी हो गई है जो एक समय टूट ही जानी है । क्योंकि यह मोहब्बतें दिलों से नहीं दूसरों के लफ्जों और झूठी दिखावटी पर होती है। वह कॉलेज वाला प्यार मांगी , हुई कॉपी और फिर कर लिया - पत्र व्यवहार । ऐसा नजारा कहां देखने मिलता है ? गजब के दिन थे। सभी प्यार को महसूस कर सकते थे । ऐसा नहीं है कि धोखा नहीं होता था । पर बड़ा ही प्यारा होता था । लेकिन अब 8 घंटे सुबह शाम बातें फोन पर कर ली । ना घर की फिक्र और ना जिंदगी की। खुशनसीब है वह जिनके माता-पिता खर्च उठाते हैं । जरा उनसे पूछो मोहब्बत का पता जो खुद बोझ उठाते हैं । मुमकिन नहीं होता बेहतर जिंदगी के लिए मोहब्बत के रास्तों पर चलना। पंरतु प्यार जरूरी है जिंदगी जीने के लिए अच्छा था । प्रेम पत्र द्वारा प्यार का संदेश पहुंचाना कितना अच्छा होता था । एक पत्र में ही कई दिनों की बात पता चल जाती थी और मत पूछो वह पल भी आज के 2 सालों के मोहब्बत से भी भारी था।
विचारों का महत्व
वास्तव में आज के दौर में प्रेमी, पत्र की महत्वता भूल चुके हैं मेरे विचार से पत्र लेखन आपको केवल प्रेमी नहीं बनाता है बल्कि आपके मन में विचार भी उत्पन्न करता है । अर्थात विचारशील बनाता है। और जो इंसान विचारशील है वही जिंदगी सही मायने में जी रहा है । यूं तो मोहब्बत एक अंश है जिंदगी । जीने के लिए तो रोजगार जरूरी है। 4 घंटे बातें करने वालों 40 साल की उम्र के बाद पता चलेगा "क्या होता है प्यार?"
Bahut sundar
जवाब देंहटाएंBahut khub
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