उत्तराखंड गौरव सम्मान 2024
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर देहरादून में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पांच विभूतियों को उत्तराखंड गौरव सम्मान से सम्मानित किया। साथ ही 14 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक, राष्ट्रपति पुलिस पदक और जीवन रक्षक पदक से सम्मानित किया गया।
- अनिल चौहान (पौड़ी गढ़वाल)
- प्रीतम भरतवाण (टिहरी गढ़वाल)
- हेमंत पांडेय (पिथौरागढ़)
- मंगला देवी (पौड़ी गढ़वाल)
- महेश कुड़ियाल (टिहरी गढ़वाल)
अनिल चौहान
पौड़ी जिले के गयाणा गांव निवासी अनिल चौहान देश के दूसरे सीडीएस हैं। वे परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अत्ति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल से सम्मानित हो चुके हैं। उन्होंने 30 सितंबर 2022 को सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ) का पदभार संभाला। बीते दो वर्ष में उन्होंने तीनों सेनाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने में विशेष योगदान दिया।
प्रीतम भरतवाण (लोकगायक)
टिहरी जिले के रायपुर ब्लॉक के सिला गांव निवासी लीक गायक प्रीतम भरतवाण का उत्तराखंड की लोककलाओं, गीतों और जागरों को प्रोत्साहित करने में विशेष योगदान है। 2019 में उन्हें राष्ट्रपति ने पद्मश्री सम्मान से नवाजा था। भरतवाण ने 13 वर्ष की उम्र से ही अपने चाचा के साथ गीत गाने शुरू कर दिए थे। वे अभी तक एक हजार से अधिक गाने गा चुके हैं।
हेमंत पांडेय (अभिनेता)
हेमंत पांडेय बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता है। हेमंत जी पिथौरागढ़ के पाभें गांव पट्टी मल्लिवाल्दिया ब्लॉक पिथौरागढ़ के निवासी हैं। पांडेय ने तमाम हिंदी फिल्मों और धारावाहिकों में कार्य किया है। पांडेय क्रिश, रेडी, रहना है तेरे दिल में समेत 150 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। उन्होंने 50 से अधिक सीरियल में भी अभिनय किया है। हेमंत पांडेय उत्तराखंडी संस्कृति और परंपराओं के उत्थान के लिए भी कार्यरत हैं।
माता मंगला (समाज सुधारक)
हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता मंगला आध्यात्मिक संत और समाज सुधारक हैं। इनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ है। इन्होंने वर्ष 2009 में हंस फाउंडेशन की स्थापना की थी। उन्हें विशेष रूप से उत्तराखंड में सेवा कार्य के लिए जाना जाता है। इन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण एवं गरीब एवं विकलांग बच्चों समेत कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। उनकी संस्था गरीब और जरूरतमंदों की मदद को तत्पर रहती है उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्र के लिए भी यह विशेष कार्य कर रही है ।
महेश कुड़ियाल (चिकित्सक)
महेश कुड़ियाल जी उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के प्रतापनगर स्थित एक दूरस्थ गांव शुक्री के निवासी हैं। ये उत्तराखंड के पहले न्यूरो सर्जन डॉक्टर हैं। इन्होंने वर्ष 1986 में लखनऊ से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी वह मस्तिष्क और रीड की हड्डी की अब तक 14000 से अधिक सर्जरी कर चुके हैं। कुड़ियाल जी उत्तराखंड में चिकित्सा के क्षेत्र में वह लगातार गंभीरता से कार्य कर रहे हैं। जरूरमंदों और गरीब तबके के बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने पर उनका विशेष फोकस है।
उत्तराखंड गौरव सम्मान के बारे में,
उत्तराखंड गौरव सम्मान उत्तराखंड राज्य के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक है यह पुरस्कार किसी व्यक्ति को मानवीय प्रयास के किसी भी क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है उत्तराखंड सरकार ने साल 2021 में इसकी शुरुआत की ।
इससे पूर्व उत्तराखंड गौरव सम्मान से राज्य की चार विभूतियों को सम्मानित किया गया जिनमें शामिल है - माधुरी बर्थवाल, बसंती बिष्ट, सच्चिदानंद भारतीय तथा राजेंद्र सिंह बिष्ट।
सावित्री बाई फूले नेशनल अवार्ड 2024
भारतीय दलित साहित्य अकादमी दिल्ली की ओर से विरांगना सावित्री बाई फूले नेशनल अवार्ड के लिए चमोली जिले की पोखरी निवासी पवित्रा टम्टा (पम्मी नवल) को चुना गया है। पवित्रा टम्टा उर्फ पम्मी नवल वर्तमान समय में प्राथमिक विद्यालय रडुवा में प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत है।
भारतीय दलित साहित्यक अकादमी दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. एसपी सुमनाक्षर की ओर से आठ दिसम्बर को दिल्ली में आयोजित समारोह में इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
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