Uksssc Mock Test - 217 हमारे द्वारा पिछले 5 वर्षों से निरंतर फ्री टेस्ट और करेंट अफेयर्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही विषयवार टेस्ट और नोट्स। हमारे साथ अनुभवी शिक्षक और अलग अलग विषयों के विषेषज्ञ जुड़े हैं। हमसे जुड़ने के लिए संपर्क करें। 9568166280 Uksssc Vdo/Vpdo Mock Test - 17 (1) निम्नलिखित में से कौन-सा वर्ण घोष, अल्पप्राण, स्पर्श और तालव्य है? (A) च (B) ज (C) ट (D) ग (2) कुमाऊँ के किस लोकनाट्य में हास्य-व्यंग्य के माध्यम से सामाजिक विषयों को प्रस्तुत किया जाता है? (A) रासलीला (B) जागर (C) चौंफला (D) स्वांग (3) क' व्यंजन के विषय में निम्न में से कौन-सा सही है ? (a) महाप्राण, अघोष, संघर्षी, कण्ठ्य ध्वनि (b) अल्पप्राण, घोष, संघर्षी, तालव्य ध्वनि (c) महाप्राण, घोष, स्पर्शी, कण्ठ्य श्वनि (d) अल्पप्राण, अघोष, स्पर्शी, कण्ठ्य ध्वनि (4) कुमाऊँनी – "भूख्याली का बटुवा" का मतलब क्या है? (A) अमीर व्यक्ति (B) भूखा दिखने वाला लेकिन चालाक (C) भूखा मगर दिखावे में अमीर (D) प्यासा इंसान (5). निम्न में से कौन-सा सर्वनाम नपुंसक लिंग का नहीं है? (a) यह (b) वह (c) कोई (d) तुम (6) सूच...
उत्तराखंड का भू-कानून चर्चा में क्यों? हाल ही में प्रदेश में लगातार चल रही मांग के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एलान किया है कि उनकी सरकार वृहद भू-कानून लाने जा रही है। अगले साल बजट सत्र में कानून का प्रस्ताव लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 250 वर्ग मीटर आवासीय और 12.50 एकड़ अन्य भूमि के नियम तोड़ने वालों की भूमि जांच के बाद सरकार में निहित की जाएगी। क्या है उत्तराखंड का वर्तमान भू-कानून ? वर्तमान में लागू भू-कानून के तहत एक व्यक्ति को 250 वर्गमीटर जमीन ही खरीद सकता है। लेकिन व्यक्ति के अपने नाम से 250 वर्गमीटर जमीन खरीदने के बाद पत्नी के नाम से भी जमीन खरीदी है तो ऐसे लोगों को मुश्किल आ सकती है। तय सीमा से ज्यादा खरीदी गई जमीन को सरकार में निहित करने की कार्रवाई करेगी। यह कानून केवल बाहरी राज्यों के लोगाें पर लागू है। उत्तराखंड के स्थायी निवासी कितनी भी जमीन खरीद सकते हैं। भू-कानून का इतिहास राज्य में बाहरी लोगों द्वारा भूमि खरीद सीमित करने के लिए वर्ष 2003 में तत्कालीन एनडी तिवारी सरकार ने उत्तर प्रदेश के कानून में संशोधन किया और राज्य का अपना भूमि कानून अस्तित्व में आया। इस संशोध...