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महासागरों का अध्ययन

महासागरों का अध्ययन  देवभूमि उत्तराखंड द्वारा कक्षा 6 एनसीईआरटी भूगोल की पुस्तक से नोट्स तैयार किए जा रहे हैं। इस लेख में एनसीईआरटी पुस्तक और प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों का समावेशन किया गया है। इस लेख में विश्व में कितने महासागर हैं और उनके सीमांत सागरों के साथ प्रमुख जलसंधियों का उल्लेख किया गया है। अतः लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। साथ ही विश्व का मानचित्र साथ रखें।  पृष्ठभूमि  अक्सर फिल्मों में, गानों में, कविताओं में और जिंदगी के उन तमाम पन्नों में "सात समुद्र" का जिक्र सुना होगा। और तो और इस शब्द प्रयोग मुहावरों भी करते हैं। तो क्या आप जानते हैं "सात समुद्र" ही क्यों? और यदि बात सात समुद्र की जाती है तो वे कौन-से सात समुद्र हैं? यूं तो अंक सात का अपना एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व हैं । क्योंकि दुनिया में इंद्रधनुष के रग सात हैं, सप्ताह के दिन सात हैं, सप्तर्षि हैं, सात चक्र हैं, इस्लामी परंपराओं में सात स्वर्ग हैं, यहां तक कि दुनिया के प्रसिद्ध 7 अजूबे हैं। संख्या सात इतिहास की किताबों में और कहानियों में बार-बार आती है और इस वजह से...

सर्वनाम और उसके भेद (भाग -05)

सर्वनाम और उसके भेद (भाग -05)

देवभूमि उत्तराखंड द्वारा उत्तराखंड की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु हिन्दी के सम्पूर्ण नोट्स प्रश्नोत्तरी सहित तैयार किए जा रहे हैं। सभी नोट्स प्राप्त करने के लिए संपर्क करें -9568166280

सर्वनाम क्या है?

सर्वनाम :- सर्वनाम दो शब्दों से मिलकर बना है। सर्व+नाम (सभी + नाम)। संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते है। अर्थात किसी वाक्य में एक ही शब्द की बार-बार पुनरावृति न हो, इसके लिए संज्ञा के स्थान पर सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किया जाता है। जैसे - मैं, तुम, वह, यह, आप, कौन, कोई, इसका, उसका, तुम्हारा, हमारा और आपका आदि । उदाहरण :- 
  • अमित दिल्ली रहता है, 
  • वह नहाँ नौकरी करता है.
  • पिताजी विदेश रहते हैं, 
  • वे वहाँ नौकरी करते है

सर्वनाम के भेद

1. पुरुषवावक
  1. उत्तम पुरुष - 
  2. मध्यम पुरुष
  3. अन्य पुरुष 
2. निश्चयवाचक
3. अनिश्चयवाचक
4. सम्बधवाचक
5. प्रश्नवाचक
6. निजवाचक

1. पुरुषवाचक सर्वनाम :- वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति अपने लिए, सुनने वाले के लिए या किसी अन्य के लिए प्रयोग करता है। जैसे - मैं, हम, तू, आप, ये, वे, वह, आदि 
जैसे -
  • मैं भीमताल रहता हूँ, 
  • तुम कहाँ रहते हो, 
  • वे कौन हैं ?
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं -

उत्तम पुरुष : वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला वक्ता अपने लिए करता उत्तम पुरुष सर्वनाम कहलाते है जैसे - मैं, मुझे. मेरा, मुझको, हम, हमें, हमारा, हमको, आदि 
उदाहरण - मैं आपका सम्मान करता हूँ

मध्यम पुरुष :- वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला वक्ता " सुनने वाले व्यक्ति के लिए प्रयोग करता है। मध्यम पुरुष कहलाते है. जैसे : तू, तुझे, तेरा, तुझको, तुम, तुम्हें, तुम्हारा, तुमको, आदि।

अन्य पुरुष :- ये सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला बाला सुनने वाले व्यक्ति से किसी और के बारे में बात करता है अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाता है। जैसे :  यह, वह, ये, वे आदि।

2. निश्चयवाचक सर्वनाम - ऐसे सर्वनाम जिनसे पास या दूर की वस्तु का निश्चित बोध होता है; जैसे- यह, वह, ये, वे
  • यह अच्छा है।
  • वह बुरा है।
  • ये अच्छे हैं।
  • वे बुरे हैं।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम :- जो सर्वनाम किसी ऐसे व्यक्ति या पदार्थ का बोध कराये जिसका कोई पता ठिकाना ज्ञात न हो अर्थात् जिस सर्वनाम से किसी व्यक्ति या पदार्थ का निश्चित बोध न हो, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे- कोई, कुछ थोड़ा । उदाहरण :-
  • कोई आया था।
  • घर में कुछ नहीं है।
  • कुछ दे दो।
4. निजवाचक सर्वनाम - वे सर्वनाम जिनका प्रयोग किसी व्यक्ति के द्वारा स्वयं कार्य करने का बोध कराता है । निजवाचक वाचक सर्वनाम कहलाता है। जैसे :- स्वयं, खुद, स्वतः अपने आप आदि। उदाहरण:- 
  • वह अपना खाना स्वयं पकाता है, 
  • मैं अपना गृहकार्य खुद करता हूँ
  • वह आप आ जाएगा।
5. सम्बधवाचक सर्वनाम : वे सर्वनाम शब्द जो किसी दो संज्ञाओ के बीच स्पष्ट सम्बंध बोध कराते है। सम्बधवाचक सर्वनाम कहलाते है । जैसे - जो-सो, जिसकी-उसकी, जैसी-वैसी आदि । उदाहरण  :-
  • जो पढ़ेगा वह पास होगा।
  • जैसी करनी वैसी भरनी।
  • जिसकी लाठी उसकी भैंस।
  • जैसा बोओगे वैसा काटोगो ।
6. प्रश्नवाचक सर्वनाम : - वे सर्वनाम शब्द जो किसी प्रश्न के करने या होने का बोध कराते है प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते है क्या, कब, कहाँ, कैसे, क्यों, कितना आदि । उदाहरण :-
  • आप सभी की तैयारी कैसी चल रही है?
  • आप कहाँ रहते हैं?
  • वह क्या चाहता है?

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