राजी जनजाति का संपूर्ण परिचय उत्तराखंड की जनजातियां (भाग - 5) राजी जनजाति उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में निवास करने वाली एक अत्यंत छोटी और लुप्तप्राय अनुसूचित जनजाति है। इसे "बनरौत" या "जंगल का राजा" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि ये लोग मुख्यतः जंगलों में रहते हैं और प्रकृति के साथ गहरा जुड़ाव रखते हैं। राजी जनजाति की आबादी बहुत कम है, और यह विलुप्त होने के कगार पर है, जिसके कारण संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी इसकी स्थिति पर चिंता जताई है। राजी जनजाति उत्तराखंड की सबसे प्राचीन और आदिम जनजातियों में से एक है। यह माना जाता है कि ये लोग प्राचीन काल से पिथौरागढ़ और चंपावत के जंगलों में निवास करते आए हैं। कुछ विद्वानों का मानना है कि राजी जनजाति का संबंध प्रोटो-ऑस्ट्रेलॉयड या ऑस्ट्रो-एशियाटिक समूहों से हो सकता है, जो प्राचीन भारत में बसे थे। उनकी बोली, जिसे "मुण्डा" कहा जाता है, में तिब्बती और संस्कृत शब्दों की अधिकता देखी जाती है, जो उनकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जड़ों को दर्शाती है। राजी जनजाति के लोग काष्ठ कला में निपुण होते हैं और उनके आवासों क...
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग आबकारी परीक्षा 2024 देवभूमि उत्तराखंड द्वारा एक बार पुनः आगामी परीक्षा उत्तराखंड आबकारी परीक्षा 2024 की तैयारी हेतु नये पैटर्न पर आधारित मात्र ₹49 में 10+ टेस्ट की सीरीज लेकर आया है। जहां सभी टेस्ट आपको pdf file में WhatsApp द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे पूर्व 2021 से 2023 तक 120 टेस्ट पूर्ण हो चुके हैं। वर्तमान परीक्षा के पैटर्न को देखते हुए 7-8 प्रश्न कुमाऊनी और गढ़वाली भाषा और संस्कृति से लिए गए हैं तथा अधिकतर तार्किक प्रश्नों को रखा गया है। अतः टेस्ट सीरीज से जुड़ने के लिए 9568166280 पर मैसेज करें। नीचे दिए गए टेस्ट के अनुसार ही सारे प्रश्न शामिल किए गए हैं। Join telegram channel - click here उत्तराखंड आबकारी परीक्षा हेतु स्पेशल टेस्ट सीरीज Uksssc mock test - 121 (1) निम्न में से कौन सा एक संज्ञा का प्रकार नहीं है (a) जातिवाचक संज्ञा (b) प्रश्नवाचक संज्ञा (c) द्रव्यवाचक संज्ञा (d) समूहवाचक संज्ञा (2) निम्न लोकोक्ति का सही अर्थ चुनिए - "उम्र छाई सी साठ अकल मति गे नाट" (a) बुढ़ापे में बुद्धि का सठिया जाना (b) बुढ़ापे में बुद्धि का आना (c)...