UKSSSC MOCK TEST - 166 उत्तराखंड समूह ग मॉडल पेपर देवभूमि उत्तराखंड द्वारा उत्तराखंड समूह ग परीक्षा हेतु टेस्ट सीरीज का संचालन किया जा रहा है। सभी टेस्ट पाने के लिए संपर्क करें -9568166280 Uksssc mock test -166 ( 1) निम्नलिखित में से कौन-सा वर्ण ह्रस्व स्वर नहीं है? (A) अ (B) इ (C) ऊ (D) उ (2) निम्नलिखित में से कौन-सा संयुक्त वाक्य है? (A) वह खेल रहा था क्योंकि बारिश हो रही थी। (B) वह बाजार गया और फल खरीद लाया। (C) वह इतना थका हुआ था कि तुरंत सो गया। (D) उसने कहा कि परीक्षा कठिन थी। (3) नीचे दिए गए समास और उनके प्रकार का सुमेलित करें। कॉलम A 1. गुरुकुल 2. जलपान 3. देवालय 4. यथाशक्ति कॉलम B A. तत्पुरुष B. कर्मधारय C. अव्ययीभाव D. द्वंद्व विकल्प: (A) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D (B) 1-A, 2-C, 3-D, 4-B (C) 1-A, 2-B, 3-D, 4-C (D) 1-A, 2-B, 3-A, 4-C (4) वाक्य "राम ने सीता को फूल दिया।" में 'सीता को' किस कारक का उदाहरण है? (a) करण (b) अपादान (c) संप्रदान (d) अधिकरण (05) निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए है? ...
जनसंचार माध्यम एवं पत्रकारिता (भाग -02)
उत्तराखंड प्रश्नोत्तरी -16
उत्तराखंड के प्रमुख समाचार पत्र एवं जनसंचार माध्यम से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
लेख में दिए गए अधिकांश प्रश्न समूह-ग की पुरानी परीक्षाओं में पूछे गए हैं। और कुछ प्रश्न वर्तमान उत्तराखंड की परीक्षाओं को देखते हुए के जनसंचार माध्यम और पत्रकारिता से संबंधित 25+ प्रश्न तैयार किए गए हैं। जो आगामी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। बता दें की उत्तराखंड के 20 प्रश्नों में से 3-4 प्रश्न उत्तराखंड की समूह-ग परीक्षण में जनसंचार माध्यम और पत्रकारिता से पूछे जाते हैं। अतः लेख को ध्यानपूर्वक पढ़े।
जनसंचार माध्यम एवं पत्रकारिता से संबंधित प्रश्न
(1) स्रोत भाषा में व्यक्त विचारों को लक्ष्य भाषा में अभिव्यक्त करने की प्रतिक्रिया को कहते हैं।
(a) संक्षेपण
(b) पल्लवन
(c) प्रेषण
(d) अनुवाद
व्याख्या :- किसी भाषा में अभिव्यक्ति विचारों को दूसरी भाषा में यथावत प्रस्तुत करना अनुवाद कहलाता है। इस विशेष अर्थ में ही अनुवाद शब्द का अभिप्राय सुनिश्चित है। जिस भाषा का अनुवाद किया जाता है उसे मूल भाषा या स्रोत भाषा कहते हैं। जिस नयी भाषा को अनुवाद करना है उसे लक्ष्य भाषा कहते हैं । इस तरह स्रोत भाषा में प्रस्तुत भाव या विचार को बिना किसी परिवर्तन के लक्ष्य भाषा में प्रस्तुत करना ही अनुवाद हैं।
Answer - (d)
(2) 'पासपोर्ट' को हिंदी में कहते हैं -
(a) हवाई पत्र
(b) निर्यात पत्र
(c) पार पत्र
(d) प्रेषण पत्र
व्याख्या :- 'पासपोर्ट' को हिंदी में अनुमति पत्र तथा पार पत्र कहते हैं। पासपोर्ट या पार पत्र किसी राष्ट्रीय सरकार द्वारा जारी वह दस्तावेज होता है जो अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए उसके धारक की पहचान और रास्ता को प्रमाणित करता हैै।
Answer - (c)
(3) किसी भी विचार अधीन पत्र अथवा प्रकरण को निपटाने के लिए उस पर राय मंतव्य अथवा आदेश निर्देश दिया जाता है को कहते हैं -
(a) निविदा
(b) टिप्पण
(c) विज्ञाप्ति
(d) प्रतिवेदन
व्याख्या :- किसी भी विचाराधीन पत्र अथवा प्रकरण को निपटाने के लिए उस पर राय मंतव्य अथवा आदेश निर्देश दिया जाता है तो उस टिप्पण को कहते हैं। टिप्पण का मुख्य उद्देश्य विचाराधीन पत्रों से संबंधित सभी बातों को इस प्रकार प्रस्तुत कर देना है कि उसकी बातें स्पष्ट हो जाएं और अधिकारी को निर्णय लेने में कठिनाई न हो।
Answer - (b)
(4) ई-मेल किस जनसंचार माध्यम के अंतर्गत आता है ?
(a) श्रव्य माध्यम के
(b) मुद्रण माध्यम के
(c) परंपरागत माध्यम के
(d) आधुनिक दृश्य माध्यम के
व्याख्या :- ई-मेल इंटरनेट के माध्यम से किसी कंप्यूटर या अन्य उपकरण की सहायता से पत्र भेजने का एक तरीका है। ईमेल को भेजने के लिए ई-मेल पते की आवश्यकता होती है जो यूजर नेम और डोमेन नेम से मिलकर बनता है । ई-मेल पत्र भेजने का आधुनिक रूप है अतः यह आधुनिक दृश्य माध्यम के अंतर्गत आता है।
Answer - (d)
(5) अर्ध-सरकारी पत्र के प्रारूप में प्रेषक का नाम एवं पदनाम होता है?
(a) बाई और अंत में
(b) दाएं और अंत में
(c) बाई और शीर्ष पर
(d) दाएं और शीर्ष पर
व्याख्या :- जब कोई सरकारी अधिकारी सरकारी कार्य के लिए अन्य किसी सरकारी अधिकारी को व्यक्तिगत नाम से अपेक्षित सूचनाओं स्पष्टीकरण एवं समिति प्राप्त के क्रम में कोई पत्र भेजता है तो वह पत्र व्यक्तिगत पत्र शैली में होने के कारण अर्ध-सरकारी या अर्ध-शासकीय पत्र कहलाता है। ऐसे पत्रों में बायीं तरफ और प्रेषक का नाम व पद का उल्लेख शीर्ष पर होता है। तथा दाएं और कार्यालय का पता लिखा जाता है।
Answer - (c)
(6) ई-लर्निंग में सम्मिलित हैं ?
(a) कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण
(b) वेब आधारित प्रशिक्षण
(c) a व b दोनों
(d) उपरांत में से कोई नहीं
व्याख्या :- ई-लर्निंग में कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण तथा वेब आधारित प्रशिक्षण दोनों सम्मिलित होते हैं । इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से पढ़ना एवं सीखना ही ई-लर्निंग है।
Answer - (c)
(7) "उदंत मार्तंड" नामक समाचार पत्र के प्रथम संपादक थे ?
(a) पंडित मोहन लाल शर्मा
(b) राजा राममोहन राय
(c) पंडित जुगल किशोर
(d) पंडित बालकृष्ण भट्ट
व्याख्या :- "उदंत मार्तंड" हिंदी का प्रथम समाचार पत्र था । इसका प्रकाशन 30 मई 1826 में कोलकाता से एक सप्ताहिक पत्र के रूप में शुरू हुआ था। इसके संपादक पंडित जुगल किशोर थे। इस पत्र में ब्रज और खड़ी बोली दोनों के मिश्रित रूप का प्रयोग किया गया है।
Answer - (c)
(8) निम्न में से किसके द्वारा "शक्ति पत्रिका" का प्रकाशन किया गया ?
(a) मौलाराम द्वारा
(b) मोहन जोशी द्वारा
(c) शिवप्रसाद डबराल
(d) बद्रीदत्त पांडे
व्याख्या :- प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी बद्रीनाथ पांडे ने
"शक्ति पत्रिका" का प्रकाशन किया था। अल्मोड़ा अखबार बंद होने के बाद उसकी जगह "शक्ति अखबार" का पहला अंक 15 अक्टूबर 1918 को विजयदशमी के दिन निकला था। शक्ति का संपादन का कार्य बद्रीदत्त पांडे, विक्टर मोहन जोशी, दुर्गादत्त पांडे, मनोहर पंत, राम सिंह धोनी, मथुरा दत्त, पूरन चंद तिवारी और देवीदत्त पंत ने किया था।
Answer - (d)
(9) एंकर बाइट कहते हैं -
(a) एंकर द्वारा मुख्य समाचार पढ़ने को
(b) एंकर द्वारा किसी समाचार की पुष्टि हेतु वीडियो या कथन दिखाने को
(c) एंकर द्वारा विस्तृत समाचार दिखाने को
(d) उपरांत में से कोई नहीं
व्याख्या :- किसी घटना के दृश्य उपलब्ध होने पर जब समाचार लिखा जाता है और उसे एंकर पढ़ता है तो उसे एक एंकर बाइट (विजुअल) कहते हैं । इस समाचार का आरंभ सूचना से होता है। बाद में समाचारों के साथ-साथ दृश्य दिखाए जाते हैं तथा एंकर बाइट द्वारा किसी समाचार की पुष्टि एक वीडियो कथन दिखाने को कहते हैं।
Answer - (b)
(10) "प्रजाबंधु नामक समाचार पत्र" के प्रकाशन का श्रेय जाता हैै?
(a) जयदत्त वैला को
(b) कृपाराम मिश्रा को
(c) राम प्रसाद बहुगुणा को
(d) उपरांत में से कोई नहीं
व्याख्या :- 1947-1948 में रानीखेत से जयदत्त वैला "वकील" जी द्वारा प्रजाबंधु नामक समाचार पत्र के प्रकाशन का श्रेय दिया जाता है।
Answer - (a)
(11) फीचर कहते हैं ?
(a) एक सुव्यवस्थित, सृजनात्मक और आत्मनिष्ठ लेखन को
(b) समाचार माध्यमों से किसी समाचार को प्रसारित करने के लिए पहुंचाने की आखिरी सीमा को
(c) रेडियो प्रसारण की एक विशेष तकनीक को
(d) पाठकों को लुभाने के लिए झूठी अफवाह व सनसनी फैलाने को
Answer - (a)
(12) निम्नलिखित में से कौन सा जनसंचार माध्यम का प्रमुख कार्य नहीं है ?
(a) सूचना देना
(b) शिक्षित करना
(c) योजना बनाना
(d) ब्रेकिंग न्यूज़ द्वारा तत्काल समाचार देना
Answer - (c)
(13) संवाददाता से मिली जानकारी को दृश्यों के बगैर खबरें देना कहलाता है ?
(a) ड्राई एंकर
(b) एंकर बाइट
(c) ब्रेकिंग न्यूज़
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer -(a)
(14) संचार प्रक्रिया में प्राप्तकर्ता के संदेश को समझकर प्रतिक्रिया देना कहलाता है ?
(a) डिकोडिंग
(b) फीडबैक
(c) फैक्स
(d) टिप्पण
Answer - (b)
(15) पाठकों को लुभाने के लिए झूठी अफवाह व सनसनी फैलाने को कहा जाता है ?
(a) वॉच डॉग पत्रकारिता
(b) खोज पत्रकारिता
(c) पीत पत्रकारिता
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer - (c)
(16) निम्न में से "फीडबैक" के मिलने के बाद सुधार करता है ?
(a) प्रसारक
(b) संचारक
(c) विचारक
(d) प्रचारक
Answer - (b)
(17) 'डायरी लेखन' और 'आत्म पर कविताएं' लिखना किस प्रकार का संचार है।
(a) अंत: वैयक्तिक संचार
(b) अन्तर क्रियात्मक संचार
(c) सामूहिक संचार
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer - (a)
(18) पत्रकारिता में पत्रकार द्वारा अपने कार्य क्षेत्र से संबंधित घटनाओं की रिपोर्ट भेजना जिनके लिए वह स्वयं जिम्मेदार व जवाबदेह होगा ? उसे कहते हैं-
(a) डेडलाइन
(b) एंकर बाइट
(c) बीट
(d) इनमें से कोई
Answer - (c)
(19) फैशन, ग्लैमर, पार्टियों, महफिलों एवं प्रसिद्ध लोगों के निजी जाने वाली पत्रकारिता कहलाती है ?
(a) खोजबीन पत्रकारिता
(b) पेज थ्री पत्रकारिता
(c) पीत पत्रकारिता
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer - (b)
(20) "कर्मभूमि सप्ताहिक" अखबार का संबंध है ?
(a) भवानी सिंह पुण्डीर
(b) बुद्धि बल्लभ पंत
(c) विशालकीर्ति
(d) इनमें से कोई नहीं
व्याख्या :- "कर्मभूमि" का प्रकाशन फरवरी 1939 में प्रारंभ हुआ था। इस पत्रिका का प्रकाशन भक्त दर्शन और भैरव दत्त धूलिया ने प्रारंभ किया था। यह गढ़वाल क्षेत्र की सप्ताहिक पत्रिका है।
Answer - (d)
(21) निम्न में से कौन "अल्मोड़ा अखबार" के संपादक नहीं रहे ?
(a) बुद्धि बल्लभ पंत
(b) सदानंद सनवाल
(c) मुंशी इम्तियाज अली
(d) विक्टर मोहन जोशी
व्याख्या :- भारत में प्रेस की स्थापना के बाद अल्मोड़ा अखबार का संपादन 1871 ईसवी में किया गया। बुद्धि बल्लभ पंत इसके प्रथम संस्थापक सम्पादक थे । पंत जी के बाद सदानंद संदानंद सनवाल, मुंशी इम्तियाज अली, जीवानंद जोशी, विष्णुदत्त जोशी इसके संपादक रहे । विक्टर मोहन जोशी इसके संपादक नहीं रहे। यह अखबार अधिकांश समय तक अंग्रेजी प्रशासन की ओर झुका प्रतीत होता है । वर्पष 1905 में बंग-भंग के बाद आम जनता की आवाज को इस अखबार ने तेजी से उठाया।
Answer - (d)
(22) 'तरुण कुमाऊं पत्रिका' का संपादन 1922 में बैरिस्टर मुकंदी लाल द्वारा कहां से किया गया था ?
(a) देहरादून
(b) श्रीनगर
(c) लैंसडाउन
(d) चमोली
व्याख्या :- बैरिस्टर मुकंदी लाल का जन्म 1885 में चमोली जिले में हुआ था। इन्होंने मौलाराम के चित्रों का प्रसिद्धि दिलाने में मुख्य भूमिका निभाई है। गढ़वाल पेंटिंग पुस्तक का प्रकाशन सन् 1969 में किया था। 1922 ईस्वी में "लैंसडाउन" में तरुण कुमाऊं मासिक पत्रिका का संपादन किया जो मेजनी के यंग इटली के तर्ज पर था । 1938 ईस्वी में नरेंद्र शाह ने मुकंदी लाल को टिहरी राज्य हाई कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया था । वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की ओर से मुकुंदी लाल ने केस लड़ा। 1923 व 1926 में स्वराज दल के टिकट पर गढ़वाल से चुनाव जीता ।
Answer - (c)
(23) "हितैषी नामक समाचार पत्र" का संपादन किसने किया ?
(a) देवकीनन्दन
(b) भगवती प्रसाद पंथानी
(c) पीतांबर दत्त
(d) जयदत्त वैला
व्याख्या :- 1936 ईस्वी में पौड़ी गढ़वाल से हितैषी नामक समाचार पत्र का संपादन पितांबर दत्त ने किया।
Answer - (c)
(24) निम्न में से सही सुमेलित नहीं है ।
समाचार पत्र - संपादक
(a) गढदेश समाचार पत्र (कोटद्वार) - कृपाराम मिश्र
(b) स्वर्गभूमि समाचार पत्र (हल्द्वानी ) - देवकीनन्दन
(c) युगवाणी समाचार पत्र (देहरादून)। - सोबान सिंह जीना
(d) समय विनोद पत्र (नैनीताल)। - जयदत्त जोशी
व्याख्या :-
- गढदेश समाचार पत्र (कोटद्वार) - कृपाराम मिश्र के संपादन में 1929 ईस्वी को गढदेश समाचार पत्र का प्रकाशन कोटद्वार से हुआ था।
- स्वर्गभूमि समाचार पत्र (हल्द्वानी ) - वर्ष 1934 में देवकीनंदन ध्यानी ने हल्द्वानी से स्वर्गभूमि समाचार पत्र का संपादन किया था।
- युगवाणी समाचार पत्र (देहरादून) - 1947 ईस्वी में देहरादून में युगवाणी समाचार पत्र का प्रकाशन हुआ। टिहरी राज्य प्रजामंडल के बारे में लिखने के कारण इसे 'रियासती पत्र' भी कहा गया। इस पत्र का संपादन "भगवती प्रसाद पांथनी" और "अचार्य गोपेश्वर कोठियाल" ने किया था। इस समाचार पत्र का पहला अंक 15 अगस्त 1947 को देहरादून से प्रकाशित हुआ था।
- समय विनोद पत्र (नैनीताल) - समय विनोद पत्र राज्य का पहला हिंदी समाचार पत्र था। इसका प्रकाशन 1868 ईस्वी में नैनीताल से हुआ। इसके संपादक "जयदत्त जोशी" थे। समय विनोद पत्र के अंतिम अंक का वर्णन वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट में 1 अप्रैल 1870 को मिलता है। अतः समय विनोद प्रकाशन 1877 में बंद हो गया था।
सोबान सिंह जीना ने 1939 में अल्मोड़ा से "पताका सप्ताहिक पत्र" का प्रकाशन किया था।
Answer - (c)
(25) टिप्पण के मुख्यत: कितने प्रकार होते हैं?
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 5
Answer - (a)
व्याख्या :-
टिपणी लिखने की प्रक्रिया को टिपण कहते हैं।
किसी भी विचाराधीन पत्र अथवा प्रकरण को निपटाने के लिए उस पर जो राय, मंतव्य आदि अथवा निर्देश दिया जाता है वह टिप्पणी कहलाता है।
टिप्पण मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं :-
- सहायक स्तर पर टिप्पण - कार्यालय में टिप्पण कार्य अधिकतर सहायक स्तर पर होते हैं। इसलिए इन्हें कार्यालयी टिप्पण भी कहते हैं। इसे आरंभिक टिप्पण या मुख्य टिप्पण भी कहते हैं जिसमें सहायक विचारधाराधीन मामले का संक्षिप्त ब्यौरा देते हुए उसका विवेचन करते हैं.
- अधिकारी स्तर पर टिप्पण - सहायक, आरंभिक या मुख्य टिप्पणी को जब संबंधित अधिकारी के पास भेजा जाता है तो वह अधिकारी टिप्पणी पढ़ने के बाद नीचे मंतव्य लिखता है। जिसे अनुषांगिक टिप्पणी कहते हैं और यह क्रिया अनुषांगिक टिप्पण कहलाती है।
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