राजी जनजाति का संपूर्ण परिचय उत्तराखंड की जनजातियां (भाग - 5) राजी जनजाति उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में निवास करने वाली एक अत्यंत छोटी और लुप्तप्राय अनुसूचित जनजाति है। इसे "बनरौत" या "जंगल का राजा" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि ये लोग मुख्यतः जंगलों में रहते हैं और प्रकृति के साथ गहरा जुड़ाव रखते हैं। राजी जनजाति की आबादी बहुत कम है, और यह विलुप्त होने के कगार पर है, जिसके कारण संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी इसकी स्थिति पर चिंता जताई है। राजी जनजाति उत्तराखंड की सबसे प्राचीन और आदिम जनजातियों में से एक है। यह माना जाता है कि ये लोग प्राचीन काल से पिथौरागढ़ और चंपावत के जंगलों में निवास करते आए हैं। कुछ विद्वानों का मानना है कि राजी जनजाति का संबंध प्रोटो-ऑस्ट्रेलॉयड या ऑस्ट्रो-एशियाटिक समूहों से हो सकता है, जो प्राचीन भारत में बसे थे। उनकी बोली, जिसे "मुण्डा" कहा जाता है, में तिब्बती और संस्कृत शब्दों की अधिकता देखी जाती है, जो उनकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जड़ों को दर्शाती है। राजी जनजाति के लोग काष्ठ कला में निपुण होते हैं और उनके आवासों क...
उत्तराखंड समूह ग मॉडल पेपर 2023 Uksssc Mock test series (mock test -97) देवभूमि उत्तराखंड द्वारा आयोजित आगामी उत्तराखंड बन्दीरक्षक परीक्षा 2023 हेतु 20 practice set उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सभी टेस्ट प्राप्त करने के लिए संपर्क करें। या हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़े। Contact us - 9568166280 Join telegram channel - click here उत्तराखंड समूह ग मॉडल पेपर 2023 (1) ‘यतो धर्मस्ततो जयः' किसका ध्येय वाक्य है? (a) लोकसभा (b) राज्यसभा (c) सर्वोच्च न्यायालय (d) थल सेना (2) शिवाजी की मंत्री परिषद के बारे में निम्न में से कौन से जोड़े सही है। 1. अमात्य - वित्त मंत्री 2. सचिव - सामान्य प्रशासन 3. सुमंत - विदेश मंत्री कूट (a) 1 और 2 (b) 2 और 3 (c) 1 और 3 (d) 1, 2 और 3 (3) मौर्य काल का कौन सा एकमात्र अभिलेख जो ताम्रपत्र पर अंकित है ? (a) महास्थान अभिलेख (b) कालसी अभिलेख (c) रुम्मिनदेई अभिलेख (d) सोहगौरा अभिलेख (4) भारत में पहली बार दूरदर्शन में रंगीन कार्यक्रम का प्रसारण कब शुरू हुआ ? (a) 26 जनवरी 1982 (b) 31 मार्च 1983 (c) 25 अप्रैल 1982 (d) 31 जुलाई...