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जनवरी 2025 से जून 2025 तक सभी महत्वपूर्ण उत्तराखंड करेंट अफेयर्स

Uttarakhand Current Affairs 2025 उत्तराखंड करेंट अफेयर्स जनवरी 2025 से जून 2025 तक प्रश्न 1 : राष्ट्रीय शिक्षा रत्न पुरस्कार 2025 किस संगठन द्वारा आयोजित किया गया? A) उत्तराखंड शिक्षा विभाग B) पृथ्वी अभुदय एजुकेटर एसोसिएशन इंडिया (PAEI) C) एमटी यूनिवर्सिटी D) संस्कृत अकादमी व्याख्या: यह पुरस्कार देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, रचनात्मकता, संस्कृति और भाषा के संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को दिया गया। यह सम्मान समारोह पृथ्वी अभुदय एजुकेटर एसोसिएशन इंडिया (PAEI) द्वारा एमटी यूनिवर्सिटी, मोहाली, पंजाब में आयोजित किया गया। उत्तराखंड के नौ शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिसमें पौड़ी गढ़वाल की तीन शिक्षिकाएं शामिल हैं:  रश्मि उनियाल (सहायक अध्यापक विज्ञान, कोटद्वार),  कविता असवाल (सहायक अध्यापक अंग्रेजी, दुगड्डा) सरिका कैस्टवाल (प्रवक्ता, रसायन विज्ञान, रिकनी खाल)।  इन्हें शैक्षिक नवाचार, विद्यार्थियों में वैज्ञानिक व रचनात्मक दृष्टिकोण के विकास, विद्यालय के भौतिक व बौद्धिक स्तर को ऊँचाई तक पहुँचाने, और स्थानीय संस्कृति, भाषा व परंपराओं के संरक्षण हेतु ...

पंडित नैन सिंह रावत का जीवन परिचय

 पंडित नैन सिंह रावत  पंडित नैन सिंह रावत (1830-1895) एक महान खोजकर्ता थे। वे हिमालय और मध्य एशिया के क्षेत्र में अंग्रेज़ों के लिए सर्वे करने वाले पहले भारतीयों में से एक थे।  आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पिथौरागढ़ (डीडीहाट) में उनकी 194वीं जयंती के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें उत्तराखंड के महान इतिहासकार व लेखक श्री शेखर पाठक जी के साथ राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की निदेशक श्रीमती वन्दना गर्ब्याल जी और पिथौरागढ़ जिले के जिलाधिकारी श्री विनोद गिरी गोस्वामी जी उपस्थित रहेंगे। जीवन परिचय  पंडित नैन सिंह रावत का जन्म 1830 में उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में मिलन गांव में हुआ था । उन्होंने अपने अनुभवों और अवलोकनों को डायरी में रिकॉर्ड किया और साथ ही उन्होंने अपनी पहली देसी अंदाज में सर्वेक्षण ज्ञान की पुस्तिका लिखी, जिसका नाम अक्षांश दर्पण (1871) था । अपने चचेरे भाई किशन सिंह और अन्य अनुवेषकों के साथ अनेक अभियान किए। उनके अभियानों से प्राप्त रिकॉर्ड के आधार पर उन्होंने बताया कि सांगपो नदी ही ब्रह्मपुत्र है।...